वैसे तो दुनिया में न जानें कितनी ही कहावतें हैं जो अक्सर हमारे साथ होने वाली, या दिखने वाली चीज़ों पर फिट बैठती है. ऐसी ही एक कहावत है, अगर इंसान चाह ले तो सब कुछ मुमकिन है. और हकीकत भी यही है. वैसे तो दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर शून्य से असीम ऊचाईयों तक का सफर तय किया. लेकिन ऐसे बहुत कम लोग ही हैं. जिन्होंने अपनी जिंदगी एक आज़ाद पंछी की तरह जी हो. ऐसा ही एक अनोखा कपल है, जो अपना गुजारा तो एक टी-स्टॉल चला कर करता है. लेकिन जिंदगी ऐसे जीता है कि, मानों उन जैसा कोई नहीं…
पिछले 55 सालों से टी-स्टॉल चलाने वाले Vijayan and Mohana दोनों पति पत्नी हैं. जोकि कोच्चि में रहते हैं. 70 साल के हो चुके विजयन और मोहना आज भारत के अधिकतर कोनों के साथ-साथ दुनिया के तमाम देश घूम चुके हैं. क्योंकि दोनों का सपना है कि, वो दुनिया का हर कोना घूमें. यही वजह और यही सपना लिए पिछले 45 सालों से दोनों दुनिया के कई देश घूम चुके हैं वो भी महज़ अपने Tea-Stall के जरिए.
Vijayan and Mohana की 45 साल की यात्रा का सफर

45 सालों से Tea-Stall लगाकर चाय बेचने वाले Vijayan and Mohana चाय के जरिए इक्ट्ठा हुए पैसे से ही दुनिया घूमते हैं. जिसमें खास बात तो ये है कि, ये दोनों आज तक दुनिया भर के 23 से ज्यादा देशों को घूम चुके हैं. जिसमें यूएई, ऑस्ट्रिया, ब्रिटेन, फ्रांस, मिस्त्र और कई देश शामिल हैं. यही नहीं आने वाले कुछ सालों में इन दोनों ने मिलकर कई और देशों की लिस्ट तैयार की है. जहाँ उन्हें घूमने जाना है.
कोच्चि में श्री बालाजी कॉफ़ी के नाम से अपना Tea-Stall चलाने वाले विजयन और मोहना के दरमियां आज तक कभी पैसों को लेकर दिक्कत नहीं आई. ऐसे नहीं है कि, इन दोनों को Tea-Stall से खास फायदा होता है. लेकिन कहते हैं न की अगर कोई चीज पूरी तैयारी के साथ की जाए तो वो बिल्कुल उसी ढंग में पूरी होती है. जैसा की हम चाहते हैं. विजयन कहते हैं कि,”अपनी दुकान से हमको हर रोज लगभग 300 से 350 रुपये तक का फायदा हो जाता है. इन्हीं पैसे से हम अपनी दुनिया घूमने के प्लान पर काम कर पाते हैं.”
यहाँ तक की वो बताते हैं कि, पैसे बचाने के लिए हम दोनों अपनी दुकान पर कोई लेबर तक नहीं रखते. और घूमने जाने के दौरान हम लोन के तौर पर भी पैसे ले लेते हैं और जब हम वापस आते हैं तो, अपनी मेहनत की बादौलत अपनी दुकान के जरिए पैसे कमा कर उसे भर देते हैं. जिससे हमारा सपना तो पूरा ही होता है. साथ गुजारा भी चल जाता है.
है न हैरान करने वाले कपन, एक ऐसे कपल जो अपनी जिंदगी जीना जानते हैं. साथ ही एक दूसरे को प्यार करना भी.
Vijayan को लगी देश-दुनिया घूमने की लत

वैसे तो लत लगना ज्यादा अच्छा नहीं होता, हाँ मगर लत की वजह एक अच्छी सोच हो अच्छी समझ हो तो वो लत जिंदगी जीना सिखा देती है. यही हुआ था विजयन के भी साथ. जिस समय विजयन महज़ 6 साल के थे. उस समय उनके पिता को घूमने का शौक हुआ करता था. यही वजह थी कि, विजयन ने छोटी सी उम्र में ही मदुरै, पलानी समेत हर एक जगह घूम ली थी. यही से घूमने की शुरुवात भी हो गई थी.
लेकिन फिर पिता की मौत के बाद घर की जिम्मेदारियाँ आ गई. हुआ यूँ कि, विजयन का घूमना फिरना बंद हो गया. और विजयन घर की जरूरतों को पूरा करने के दौरान अपना सपना जीना भूल गए.
हालांकि एक कहावत है कि, जिंदगी हमेशा करवट लेती है. और ये करवट विजयन की जिंदगी ने ली साल 1988 में, जिस समय वो एक व्यक्ति के साथ हिमालय की यात्रा पर जा रहे थे. विजयन को उस दौरान उस व्यक्ति ने एक कुक के तौर पर हायर किया था.
इस सफर में विजयन का अगर किसी ने साथ दिया तो, वो थी उनकी पत्नी मोहना. मोहना कहती हैं कि, जिस समय वो पहली बार अपने देश से बाहर गई थी. वो समय बेहद अहम था. और घूमने में मुझे अलग खुशी मिली.
आज यही वजह है कि, दोनों का तब से शुरू हुआ सफर आज भी जारी है. विजयन और मोहना दोनों ने अब तक दुनिया के 23 देश घूमे चुके हैं. जिसके चलते आज विजयन और मोहना की टी-स्टॉल में दुनिया के अलग-अलग देशों की अनोखी तस्वीरें झूल रही हैं. जिसे उन्होंने अलग-अलग जगह पर जिया है. या आने वाले दिनों में जीने वाले हैं. विजयन और मोहना की शादी को लगभग 45 साल पूरे हो चुके हैं. जबकि दोनों की उम्र 70 साल के करीब है. लेकिन इन दोनों का ही हौसला और जिंदगी जीने का सलीका दोनों ही किसी भी अन्य इंसान और कपल से बेहद परे है.

विजयन और मोहना आने वाले दिनों में सिंगापुर, अमेरिका, स्वीडन, डेनमार्क, स्विट्ज़रलैंड घूमने का प्लान तैयार कर चुके हैं. जहाँ जाकर घूमने के साथ-साथ तस्वीर भी वो लेकर आना चाहते हैं. इन दोनों के ऊपर एक Invisible Wings नाम की डाक्यूमेंट्री फिल्म भी बन चुकी है. जिसमें इनके जीवन के जुड़े कई पहलुओं को दिखाया गया है.
ज़ाहिर है न, हर इंसान न तो अपने ख्वाबों को जी पाता है. न ही इस तरह अपनी ख्वाहिशों को उड़ान दे पाता है. यही वजह है कि, विजयन और मोहना आज हर इंसान के लिए किसी मिसाल से कम नहीं हैं.