भोपाल में आज भी रानी कमलापति के वीरता के किस्सों की अक्सर चर्चाएं होती हैं। सिर्फ वीरता ही नहीं बल्कि उनकी खूबसूरती भी ऐसी थी कि हर कोई बस देखता रह जाए। फिल्म पद्मावत तो आपने देखी होगी जिसमें खिलजी रानी पद्मावती की खूबसूरती का दीवाना हो गया था और […]
The Indianness
छोटू जरा एक कप चाय देना, छोटू यहाँ गंदगी है कपड़े से इस साफ करना. किसी भी दुकान, रेस्टोरेंट या ऐसी किसी भी जगह पर जाकर हमने इस तरह की लाईने न जाने कितनी ही बार बोली होंगी. हमारे आस-पास अनेकों जगह हमें छोटी उम्र के बच्चे काम करते दिखाई […]
सच है विपत्ति जब आती है, कायर हो की दहलाती है. सूरमा नहीं विचलित होते, क्षण एक नहीं धीरज खोते. बचपन में हिंदी की किताब में हम में से अनेकों लोगों ने ये पक्तियां जरुर पढ़ी होंगी. इन पक्तियों का मतलब भी हमें बाखूबी मालूम होगा. अगर नहीं तो चलिए […]
developed villages of india
The Indianness की कोशिश हमेशा रहती है कि, आपको बेहतर भारत की वो तस्वीर दिखाई जाए. जोकि असल भारत है. हमारे देश में अनेकों ऐसे लोग हैं. जो हर रोज़ बेहतर काम करते हैं, अपने समाज से लेकर अपने आस-पास के परिवेश को बेहतर करने की दिशा में काम करते […]
पिता एक शब्द नहीं. एक संसार की कल्पना है. एक छत है. घर का निर्माण कभी महज़ दीवार बना लेने से नहीं होता. उसे जरुरत होती है एक छत की अगर आज हम कहें कि, पिता ठीक वही छत है. जिसके आगोस में हम रहकर धूप, बारिश, जाड़ा, आंधी-तूफान सबसे […]
सरकार की गलत नीतियों और सरकार की वजहों से ही किसान कर्जदार है….शुद्ध और ठेट लहजे में ऐसा बोलने वाले बाबा को कौन नहीं जानता. किसानों का मसीहा, एक ऐसा किसान जिसने देश में किसानों के आंदोलन की पूरी नींव बदल दी… चलिए आज हम आपको भारतीय इतिहास के उस […]
जब भी देश में कोई किसान नेता या किसानों का समूह आंदोलन की बात करते हैं तो, उनकी मांग होती है. स्वामिनाथन कमेटी की रिपोर्ट को किसानों की खातिर लागू किया जाए. ऐसे में अनेकों बार अब तक इस मांग को लेकर किसान आंदोलन कर चुके हैं. सड़कों पर उतर […]
एक साल से अधिक वक्त हो गया. कोरोना वायरस को दुनिया में आए. जिसके आने के बाद से पूरी दुनिया बदल गई है. जहां कोरोना वायरस जैसी वैश्विक बीमारी ने पूरी दुनिया को कैद कर दिया है. वहीं भारत इस समय इस बीमारी का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है. […]
अक्सर इंसान अपनी जिंदगी में कई चीजों सोचकर करता है. पच्चीस तक पढ़ाई, फिर कमाई और साठ साल की उम्र के बाद रिटायरमेंट. ऐसा करने वाला इंसान खुद को एक सफल इंसान समझता है. वहीं इसके उलट ऐसे भी अनेकों लोग होते हैं. जिन्हें उम्र की परवाह नहीं होती. वो […]