Corona Virus और इस बीमारी से होने वाली मौतों अब तक किसी से छिपी नहीं है. दुनियाभर के विकसित देश, चारे अमेरिका, स्पेन, ब्राजील कोई भी देश क्यों ने हो. आज के समय में इस महामारी से कोई देश अछूता नहीं रहा है. जहाँ लाखों की संख्या में इस बीमारी से लोग ग्रसित हो रहे हैं. वहीं इस बीमारी का दायरा आए दिन बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते दुनिया इस समय ठप्प पड़ गई है. वहीं न जानें कितने लोग अपने घरों में लॉकडाउन रहने को मजबूर हैं. ऐसे में न तो सड़कों पर गाड़ियां ही फर्राटा भर रही हैं, न हीं समुद्र किनारों लोग घूमने जा रहे हैं और न ही बड़ा बूढ़ा किसी पार्क या मैदान में घूमने जा रहा है. जिसकी बस मात्र एक वजह है, वो है Corona Virus .
दिसंबर महीने की आखिर में चीन के वुहान शहर में जन्में इस Corona Virus के चलते जहाँ पूरी दुनिया रुक गई है. वहीं प्रकृति में इस वक्त बेताहासा सुधार देखने को मिल रहा है. क्योंकि पूरी दुनिया में इस समय प्रदूषण न मात्र हो रहा है. जिसके चलते एक बार फिर पूरी दुनिया खूबसूरत दिखाई देने लगी है. वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलोराडो ने अपने एक रिसर्च में कहा कि, आज पृथ्वी की स्थिति काफी बेहतर होने लगी है. यही वजह है कि पृथ्वी के दक्षिणी हिस्से के अंटार्कटिका के ऊपर ओजोन लेयर में जो छेद बन गया था. आज के समय में वो बहुत तेजी से भर रहा है. जिसके चलते दुनिया अपनी बेहतरी की तरफ बढ़ रही है. हर कोई जानता है कि, इस हिस्से में ओजोन लेयर में छेद होने का कारण हमेशा से चीन की तरफ से होने वाले प्रदूषण को माना जाता है.
लेकिन पिछले तीन महीने से चीन में Corona Virus के चलते लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई थी. लेकिन इस समय चीन ने Corona पर काबू पा लिया है. वहीं दुनियाभर में बंद पड़ी फैक्टियों और थम चुकी सड़कों, बाजारों की भीड़ के चलते इन दिनों पूरी दुनिया में प्रदूषण न के बराबर हो चला है.
यही वजह है कि, इस समय पृथ्वी के ऊपर से बहने वाली जेट स्ट्रीम जोकि देशों के ऊपर से होकर बहती है, वह इस समय ओजोन परत के खाली हिस्से की तरफ जा रही है. जिसके चलते दक्षिणी हिस्से में Ozone layer में हुआ छेद धीरे-धीरे भर रहा है.

Corona ने खत्म किया प्रदूषण
वहीं विशेषज्ञों की मानें तो उनका कहना है कि ये बदलाव जो अभी हो रहा है, ये निश्चित ही अस्थाई है. हाँ, मगर ये कहीं न कहीं पर्यावरण के लिहाज से काफी बेहतर है. क्योंकि देश में जहाँ इस समय प्रदूषण न के बराबर है. वहीं दूसरी तरफ दुनियाभर में कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन में भी कमी आने के आसार है.
एक रिपोर्ट की मानें तो, दुनियाभर में हो रहे प्रदूषण के चलते जहां साल 2000 तक जो जेट स्ट्रीम दुनिया के बीचोबीच घूम करता था, वो प्रदूषण की ही वजह से दक्षिणी हिस्से की ओर चला गया था. जिसके चलते Ozone layer में छेद हो गया. वहीं इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में मौसम की स्थिति ही बदल गई. वहां सूखे जैसे हालात बनने लगे.
हालांकि Corona Virus के कहर ने जहाँ इस समय इसे एक बार फिर से मौका दिया है. जिससे प्रकृति अपने आप को बेहतर बना सके. वहीं दुनियाभर में ठप्प पड़े संसाधनों के चलते प्रकृति अपने आप को फिर से संजों रही है. यही वजह है कि, जेट स्ट्रीम का फ्लो इस समय सुधर रहा है.
साथ ही रिसर्चर्स का कहना है कि, अगर दुनियाभर में ठीक इसी तरह कुछ दिन और लॉकडाउन की स्थिति ऐसी ही रहती है तो, आनें वाले दिनों में ऑस्ट्रेलिया के मौसम में एक बार फिर बदलाव देखा जा सकता है. इसके साथ ही पृथ्वी का तापमान भी कम हो सकता है. जिसके चलते दुनिया ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या से भी बच सकती है.
Corona के चलते सुधरी भारत की स्थिति

दुनिया के साथ-साथ भारत की भी स्थिति कुछ ऐसी ही है, जहां दुनियाभर से टॉप प्रदूषित शहरों में भारत के कई शहरों का नाम आता है. वहीं Corona Virus की महामारी के चलते, साथ ही भारत में 21 दिनों के लिए लगाए गए लॉक डाउन के चलते इस समय भारत के शहरों के भी हालात सुधरने लगे हैं. जहाँ दिल्ली जैसे शहरों में पिछले कुछ साल से सर्दियों के समय में सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. वहीं इस समय दिल्ली जैसे शहर में प्रदूषण की स्थिति काफी बेहतर है.
इसके साथ ही भारत में सबसे पवित्र मानी जानें वाली गंगा नदी भी इस समय कोरोना वायरस के चलते जीवनदायिनी बन गई है.