पिता एक शब्द नहीं. एक संसार की कल्पना है. एक छत है. घर का निर्माण कभी महज़ दीवार बना लेने से नहीं होता. उसे जरुरत होती है एक छत की अगर आज हम कहें कि, पिता ठीक वही छत है. जिसके आगोस में हम रहकर धूप, बारिश, जाड़ा, आंधी-तूफान सबसे […]