एक बार फिर देशभर में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है। देश में इस वक़्त एक्टिव केस की संख्या एक लाख को भी पार कर गई है। कोरोना की दूसरी लहर इस बार बच्चों में ज्यादा तेजी से फैल रही है। हालांकि देशभर में टेस्टिंग हो रही हैं और वेक्सिनेशन प्रोग्राम भी चलाए जा रहे हैं। मगर इस के बाबजूद खतरा बरक़रार है। कोरोना वायरस की इस दूसरी लहर का सबसे ज़्यादा असर बच्चों पर पड़ सकता है।
ऐसे में अगर आप कोरोना वायरस की इस दूसरी लहर को लेकर गंभीर नहीं हैं तो आप बड़ी गलती कर रहे हैं। अगर आपके घर में बच्चें हैं और उनकी उम्र 10 साल से कम है तो आपको बहुत सावधान रहने की जरुरत है। जी हां केंद्र सरकार और who की रिपोर्ट के मुताबिक़ बच्चों को कोरोना का खतरा ज़्यादा है। इसलिए उन्हें गंभीर श्रेणी में रखा गया है। अब तक ये माना जा रहा था कि कोरोना वायरस का जो सिम्टम हैं वो सर्दी खासी या बुखार ही हैं। लेकिन अगर आपके बच्चों को पेट दर्द या दस्त की शिकायत हो रही है तो हो सकता है ये कोई मामूली इन्फेक्शन न होकर कोरोना वायरस का संक्रमण हो। कोरोना के सिम्टम में 40 फीसदी बच्चों के पेट में इन्फेक्शन की समस्या को देखा गया है। वयस्क मरीजों की तुलना में 10 साल से कम उम्र के बच्चों में अलग तरह के लक्षण देखे गए हैं। जिन बच्चों को अभी तक कोरोना हुआ है उनमे से 40 फीसदी बच्चों में ये देखा गया कि उनके पेट में इन्फेक्शन है।

गनीमत है कि पिछले एक साल से स्कूल बंद थे और बच्चे माता पिता की निगरानी में थे मगर अब खतरा फिर से बढ़ गया है क्योंकि स्कूल खुल गए हैं और अब बच्चे अपने पेरेंट्स के साथ घुमते फिरते भी नजर आ रहे हैं। कई बार बच्चे चीजों का हाथ लगा के अपनी ऊँगली नाक या मुँह में लगा लेते हैं। बच्चे ज़्यादा देर मास्क भी नहीं लगा पाते हैं। इस वजह से बच्चों में इन्फेक्शन का खतरा ज़्यादा रहता है। क्योंकि कोरोना का खतरा अब एक बार फिर से बढ़ गया है तो ये बच्चों के लिए और भी ज़्यादा खतरनाक हो गया है।
अब तक कोरोना से संक्रमित बच्चों में 5 तरह के लक्षण ज्यादा दिखाई दे रहे हैं।
1 पेट में दर्द या मरोड़ दस्त की शिकायत होना
2 सरदर्द, तेज बुखार
3 खासी या गले में खराश
4. चक्कर आना या दौरा पड़ना
5 त्वचा पर चक्कते पड़ना और उलटी होना ।

अगर आपके बच्चे में इनमे से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो लापरवाही ना बरते बल्कि तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। मगर कुछ सावधानियां रख कर आप अपने बच्चों को कोरोना के खतरे से बचा सकते हैं। जैसे कि अगर जरुरी हो तभी बच्चों को लेकर बाहर निकलें। बड़े बच्चों के लिए मास्क या फेस शील्ड इस्तेमाल करें। समय समय पर बच्चों के हाथ धुलाते रहें। बाहर के किसी व्यक्ति से अपने बच्चों को दूर रखें।
इसके आलावा अब हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हे खाने में शामिल कर के आप अपने बच्चों की इम्युनिटी को स्ट्रांग कर सकते हैं और कोरोना वायरस से लड़ने में मदद कर सकते हैं। सबसे अच्छी बात ये है कि ये चीजे आपको अपने घर में ही मिल जाएंगी।
1. आप अपने बच्चों को हल्दी वाला दूध दे सकते हैं। ये इम्युनिटी बढ़ाने वाला मसाला है जिसे आप खाने में भी खाते ही हैं। ये एक एंटीऑक्सीडेंट हैं। सोने से पहले हल्दी वाला दूध अपने बच्चों को जरूर दें।
2. इसी के साथ मौसमी फल और सब्जी दें विटामिन सी के लिए आप बच्चों को आम, अंगूर और संतरा दे सकते हैं इन फलों में फाइटोन्यूट्रीएंस होते हैं जो बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने में कारगर होते हैं।
3. आप अपने बच्चों को डॉयफ्रुइट्स नट्स सीड्स को बनाना शेक या स्मूथी में डालकर दे सकते हैं। काजू बादाम अखरोट किशमिस विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट के अच्छे स्रोत होते हैं। इनमे प्रोटीन और हेल्दी फैट की मात्रा भी होती है।
4. इसके आलावा मशरूम बिटामिन डी और एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है इसलिए आप बच्चों को मशरूम का सूप दे सकते हैं।
5. लहसुन भी बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। इसलिए आप अपने बच्चों के खाने में जैसे दलिया, खिचड़ी या किसी भी सब्जी में लहसुन डाल कर दे सकते हैं। इसके अलावा अभी अपने बच्चों को जंक फ़ूड से दूर ही रखें।
