तुम आज पंद्रह दिन की हो गई हो. आज मैं तुम्हे पहली सीख दे रहा हूँ – प्रेम.
तुम जीवन में भरपूर प्यार कमाना. अधिक से अधिक लोगों से प्रेम करना. एकदम किताबी प्यार करना. जैसा मैंने और तुम्हारी माँ ने किया है.
हमें एक दूसरे को चाहते हुए बारह बरस हो गए. तुम्हारी माँ से मिलने से पहले, मैंने क़िताबों में ‘लव ऐट फ़र्स्ट साइट’ के बारे में पढ़ा था, क़िताबें कहतीं हैं कि जब आप किसी के प्यार में पड़ते हैं तो आपके शरीर का एक-एक एटम बदल जाता है. लेकिन मैं इस बात से इत्तफ़ाक़ नहीं रखता था. फिर एक दिन मैं पहली नज़र में तुम्हारी माँ के प्रेम में पड़ गया और इन किताबी बातों पर मेरा भरोसा दिन-ब-दिन मज़बूत होता गया.
तुम्हारी माँ के प्रेम में पड़ना मेरे जीवन की सबसे ख़ूबसूरत घटना थी.
मैं अक्सर कहता हूँ कि वो लोग दुनिया के सबसे भाग्यशाली लोग होते हैं जो प्रेम में पड़े होते हैं. प्रेम हमारे उपजने का मूल है. तुम अभी बहुत छोटी हो, जब तुम भूख से रो रही होती हो, हम तुम्हें बस प्रेम से अपने सीने से लगा लेते हैं और तुम कुछ देर के लिए चुप हो जाती हो. तुम जब नींद में चौंक-कर डरकर उठती हो, हम प्रेम से तुम्हारे सर पर अपना हाथ रखकर थपकी दे देते हैं, तुम शांत होकर दुबारा सो जाती हो.
क्योंकि प्रेम हमारे उपजने का मूल है.
प्यार से किसी को गले लगा लेने में, पुचकार देने में, जो ताक़त है, वो दुनिया की किसी भी और चीज़ में नहीं है. ये बात तुम हमेशा याद रखना. खूब प्रेम करना और अमूमन लोगों को कस कर गले लगाना. साइंस कहता है कि वे लोग, जो रोज़ किसी को कसकर गले लगाते हैं, वो लंबा जीवन जीते हैं. लम्बे जीवन से अधिक सुन्दर और आनंद का जीवन भी.
मैं तुम्हारी माँ को प्रेम से गले लगाकर जो भी कह देता हूँ वो उसे सच मान लेती है. वो भी जब मुझे गले लगाकर ‘सब ठीक हो जाएगा’ कह देती है तो मेरे शरीर का एक-एक कण उसकी बात को सच मान लेता है. यही प्रेम की ताक़त है. प्रेम तुम्हें उम्मीद सिखाता है, तुम्हें शक्तिशाली बनाता है और तुम्हारे भीतर के डर एक चुटकी में जादू से निकाल देता है.
इसीलिए प्रेम एक ज़िन्दा शब्द है. इसीलिए ‘आई लव यू’ दुनिया की सबसे क्लीशे बात होकर भी आज तक दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत बात है.
मैं अक्सर तुम्हारी माँ से कहता हूँ कि प्रेम निष्काम होना चाहिए. जो बिना किसी इच्छा और प्रयोजन के किया जाए. तुम प्यार में कभी लॉजिक मत खोजना. ऐसा मैंने अपनी किताबों में भी लिखा है. प्रेम दुनिया की सबसे ख़ूबसूरत बात है ही इसीलिए क्योंकि उसके पीछे कोई वजह नहीं होती. जिस दिन हमें प्रेम के पीछे का लॉजिक समझ आ गया, वो मैथ्स की थ्योरम की तरह बोरिंग हो जाएगा.
क्योंकि प्रेम में पड़े लोग बुद्धू होते हैं. इसलिए तुम बुद्धुओं की तरह प्रेम करना. दोस्तों से, परिवार से, हो सके तो अजनबी लोगों से भी. मिट्टी, पानी, बारिश, संगीत, कला और सुन्दरता से.
प्रेम दुनिया की अकेली ऐसी गणित है जिसमे एक और एक दो नहीं होता. तीन भी हो सकते हैं. अनंत भी. इसलिए तुम अनंत को चुनना और अनंत को चुन कर ख़ुद अनंत हो जाना.
-Written By Famous Writer Nikhil Sachan.