कोरोना वायरस के खिलाफ़ इन दिनों जहाँ भारत में गंभीर परिणाम दिखाई देने लगे हैं. वहीं देशभर में इन दिनों कई वायरल वीडियोज दिखाई दें रहें. जिसमें कहीं कोई संस्था तो कभी कोई आम नागरिक देश प्रेम की सेवा में लगा हुआ. एक महीने से ऊपर होने को आए कोरोना से लड़ते भारत में इस समय मामलों में बढ़ोत्तरी भी दिखाई दे रही है. जिसके चलते 14 अप्रैल को खत्म होने वाला लॉक डाउन बढ़ाने के भी संकेत दे दिए गए हैं. जहाँ देश की पूरी जनता अपने घरों में कैद हैं. वहीं देश भर में डॉक्टरों से लेकर पुलिसकर्मी और सफाईकर्मियों की भी काफी सराहना हो रही है. क्योंकि ये वो शख्स हैं, जिन्होंने सभी की सुरक्षा का जिम्मा उठाया है.
ऐसे में जहाँ देश में आए दिन कोरोना पॉजिटिव की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. वहीं सिविल सर्वेंट्स बिना थके, बिना रुके देश प्रेम की सेवा में लगे हुए हैं. इन सभी कोशिश जारी है कि, किसी भी इंसान को इससे तकलीफ न हो.
इसी तरह कुछ दिलचस्प कहानियाँ हम आपसे साझा करने जा रहे हैं. जोकि दिनों रात देश प्रेम की भावना लगे हुए हैं.
राजीव गौबा (कैबिनेट सेक्रेटरी)

झारखंड के 1982 बैच के IAS अधिकारी व कैबिनेट सेक्रिटरी इन दिनों काफी चर्चा में हैं. क्योंकि जहाँ देश भर में कोविड-19 के चलते हर तरफ दहशत जैसा माहौल बन गया है. वहीं इन मामलों में लिए जाने वाले हर फैसलों में उनका निर्णय किसी से छिपा नहीं है. इस समय राजीव गौबा इस क्राइसिस से निकलने के लिए हर संभव प्रयास के साथ इस क्राइसिस के हर बिंदु को मैनेज कर रहे हैं.
प्रीति सुदान सचिव (मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर)

सरकार की तरफ से बनाए जानें वाली हर नीतियों को पूरी तरह से लागू करने व उनको पालन कराने को लिए प्रीति सुदान इस समय सभी विभागों के संपर्क में हैं. जिससे कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके. आंध्र प्रदेश की 1983 कैडर बैच की प्रीति इन दिनो अपने निर्माण भवन स्थित दफ्तर में देर रात तक काम करते दिखाई देती हैं.
जिस समय वुहान में कोरोना वायरस का प्रकोप अनियंत्रित हो गया था. उस समय इन्हीं की बदौलत चीन के वुहान से 645 भारतीय स्टूडेंट्स को लाने में मदद मिली थई. इसके साथ ही प्रीति इन दिनों राज्यों के अलावा केंद्र शासित प्रदेशों के भी संपर्क में हैं.
अजय कुमार भल्ला

असम-मेघालय कैडर के 1984 बैच के अफसर अजय कुमार भल्ला इन दिनों यूनियन होम सेक्रेटरी हैं. जोकि इन दिनों डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत बनाई गई नेशनल एग्जीक्यूटिव कमेटी के चेयरपर्सन भी हैं. जिसके चलते देश भर में चल रही इस लड़ाई में वो अपना अहम योगदान निभा रहे हैं. वहीं अजय कुमार भल्ला सभी राज्यों के चीफ सेक्रेटरी से संपर्क में हैं. इसके साथ ही अजय कुमार गृह मंत्रालय के अंतर्गत भी काम कर रहे हैं.
जिसमें वो लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी संभालने के अलावा आंतरिक सुरक्षा और लॉकडाउन के दौरान दूसरी सभी व्यवस्थाओं पर अपनी नज़र बनाए हुए हैं.
भबिनी चैनी
हाल ही में एक खबर में काफी जोर पकड़ा था. जिसमें कहा जा रहा था कि, पिता की मौत के बाद भी अफसर पहुँचा ड्यूटी पर. भबिनी चैनी के पिता का देहांत हाल ही में हुआ. उसके बावजूद भी भबिनी चैनी ने एक मिसाल पेश करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए, अपना कार्यभार संभाला. वहीं उनके और डीएम के नेतृत्व में एक टीम इस समय लोगों और किसानों के बीच एक पुल की तरफ काम कर रही है. जोकि हर घर को लोकल सब्जी-फल मिल सके. इस पर काम कर रही है.
राजेंद्र भट्ट, रोहित कुमार, सिंह, टीना दाबी- भीलवाड़ा मॉडल

किसी समय में जहाँ राजस्थान का भीलवाड़ा कोबिड-19 के बढ़ते मामलों के चलते हॉट स्पॉट बन गया था. वहीं वहां के एडिश्नल चीफ़ सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह के चलते इस समय भीलवाड़ा को इससे निजात मिल पाई है. इस काम में भीलवाड़ा की सब डिविजन मजिस्ट्रेट टीना दाबी ने भी रोहित का काफी सहयोग किया.
टीना दाबी खुद कहती हैं कि, हमने एग्रेसिवली काम की शुरुवात की और हर तरफ पूरी तरीके से लॉकडाउन को फॉलो किया. ताकि यहाँ होने वाले कम्यूनिटी स्पेड़ को रोका जा सके. इन सबमें हमारी मदद यहाँ के कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने की. जोकि लगातार हम सभी के संपर्क में बने रहे और हमने लोगों को ट्रेस किया. जिसके बाद सबको आइसोलेट किया. अब उनका ईलाज़ चल रहा है. जिसमें सभी लगभग ठीक हो चुके हैं.
सुहास एल वाई, डीएम

कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा के पूर्व डीएम पर बरसते हुए जहाँ उन्हें ठीक से काम करने की नसीहत दी थी. वहीं उन्होंने छुट्टी मांग ली थी. जिसके बाद नोएडा के नए डीएम सुहास एलवाई को बनाया गया था. जिन्होंने इलाके में बने हॉट स्पॉट को रोकने में अहम भूमिका निभाई. साथ ही यहाँ रह रहे, किसी भी इंसान को कोई दिक्कत न हो. इसके लिए उन्होंने जरूरी चीजों को लिए जरूरी योजना बनाकर काम किया.
ताकि यहाँ रह रहे लोगों को दूध, दवाई और किसी भी अन्य तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े.
नासिक एसपी, आरती सिंह

एसएसपी आरती सिंह, जहां एक सिविल सर्वेंट हैं, साथ ही वो एक डॉक्टर भी हैं. क्योंकि पहले वो एक डॉक्टर थी. ऐसे में वो कानून व्यवस्थाओं के साथ-साथ अपनी टीम की सेहत के लिए भी विशेष ध्यान दे रही हैं. जिसके साथ ही उन्होंने उनके साथ काम करने वाले व सभी लोगों को हिदायत दी है कि, किसी को कोई समस्या हो तो वो उन्हें फोन करें.
इस बीमारी को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. सख्ती बरतने की जरूरत है. हम सभी तैयार हैं. यही वजह है कि, आरती सिंह ड्यूटी पर काम कर रहे. हर पुलिसकर्मी का ध्यान रखने के लिए उनसे उनकी सेहत का हाल भी पूछती हैं. इसके अलावा इन दिनों वो पुलिस कॉलोनियों में हर रोज राउंड मारती हैं. ताकि इसको लेकर किसी भी तरह का भय न उत्पन्न हो.