जैसा कि आप सभी जानते है कि, दिवाली आने में दो ही दिन बाकी है, वैसे तो हमारे देश के हर कोने में दिवाली को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। तो वहीं दूसरी तरफ देश के कई हिस्सों की दिवाली की रात वर्ल्ड फेमस है। इन जगहों की दिवाली देखने लायक होती है। ऐसे में आज हम आपको देश की इन्ही जगहों में से पांच फेमस जगहों की दिवाली के बारे में बताने जा रहे हैं।
Diwali of Ayodhya
दिवाली सबसे ज्यादा अगर किसी जगह से जुड़ी हुई है तो वो है अयोध्या। अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थल है और उनका घर भी। 14 साल के वनवास के बाद जब राम अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के संग अयोध्या पहुंचे थे तब उनके स्वागत में अयोध्या के लोगों ने पूरी नगरी को दीपो से सजाया था। तभी से ही दीपावली का त्योहार भी पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है। आज के दौर में भी देश की सबसे बड़ी दिवाली सेलिब्रेशन इसी धरती पर होती है। 2018 में अयोध्या में करीब 300,000 दीये सरयू नदी के घाट पर प्रज्वल्लित किए गए थे। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड था जिसे गिनिज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया था। इस साल भी यूपी की सरकार ने दिवाली ग्रेंड बनाने का वादा किया है। ऐसे में यहां की दीपावली देखना अपने आप में बड़ी बात होगी।
Diwali- Light Festival of Udaipur
दीपावली सेलिब्रेशन पर अगर आप राजस्थान जाना चाहते हैं तो आपके लिए उदयपुर सबसे बेस्ट डेस्टिनेशन में से एक है। उदयपुर में इस दिन घरों की सीढ़ियों से लेकर घरों की छतों तक दीयों से रोशन रहते हैं। वहीं अगर आपको आतिशबाजी का शौक है तो आप यहां के पिचोला झील के किनारे जा सकते हैं और इसका लुफ्त उठा सकते हैं। वहीं दिवाली के दिन यहां का लाइट फेस्टिवल सबसे अनोखा होता है। इस दौरान यहां कई डीजे और गायक पहुंचते हैं, उनके प्रोग्राम होते हैं। साथ ही इस दौरान यहां आर्ट इन्सटॉलेशन, बेहतरीन फूड स्टॉल्स और फन एक्टिविटि की भी व्यवस्था होती है। यहां के शौर्यगढ़ रिसॉट और स्पा से आसमान में पेपर लालटेन छोड़ने का कार्यक्रम सबसे लुभावना होता है।
वाराणसी का गंगा घाट और दिवाली
बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी की दिवाली भी भारत के किसी अन्य जगहों से कम नहीं है। बनारस का पुरातन गंगा घाट जब दीपों की जगमगाहट से खिल उठता है तो लगता हैं कि आसमान के लाखों तारें वाराणसी में आ बसे हैं। दीपों के अलावा यहां के घाटों से जब आतिशबाजी होती है तो देखने लायक होती हैं। अगर आप बनारस में हैं तो इस मौके को तो बिल्कुल मिस नहीं करना चाहेंगे। वहीं बनारस के घाट पर दिवाली के दिन होने वाली गंगा आरती भी यहां का खास आकर्षण होती है। वहीं गंगा में तैरते हजारों दीपों को लेकर आपका मन गदगद हो उठता है। दिवाली के बाद पहले चंद्रमा की रात को यहां इससे भी बड़ा एक फेस्टिवल होता है जिसे ‘गंगा महोत्सव’ के नाम से जाना जाता है।
गोल्डेन टेम्पल की दिवाली
दिवाली सिर्फ हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार नही है। इस दिन भारत के सिख धर्म के लोग भी दिवाली मनाते हैं। अमृतसर स्थित गोल्डेन टेम्पल में दिवाली की रात का नाजारा देखने लायक होता है। यहां दिवाली दो कारणों से मनाई जाती है। पहला कारण यह है कि इसी दिन को सिखों के छठे गुरू हरगोबिंद सिह जहांगीर की जेल से 52 अन्य हिन्दू राजाओं संग बरी होकर लौटे थे। वही इसी दिन को 1577 में स्वर्ण मंदिर की अधारशिला रखी गई थी। इस दिन मंदिर को दीपों से सजाया जाता है। वहीं यहां भी आतीशबाजी होती है। आप यहां आकर अमृत कंड के पास बैठकर एक सुकून और शांति वाली दिवाली का आनंद ले सकते हैं।
गोवा की दिवाली :— यहां होता है जुए का खेल और नरकासुर वध
गोवा का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में समुद्र के किनारे यानि की ‘बीच’ और ढ़ेर सारी मस्ती के ख्याल आते हैं। लेकिन अगर आप दिवाली मनाने जाएं तो आपकी दिवाली भी एकदम यादगार होगी। दिवाली मनाने के पीछे एक कथा यह है कि कृष्ण ने इस दिन राक्षस नरकासुर का वध किया था। गोवा में आपको दिवाली के दिन नरकासुर वध देखने को मिलता है। यहां नरकासुर की प्रतिमा बनाने को लेकर कम्पटीशन होती है। आपको यहां पर नरकासुर की कई अचंभित करने वाली प्रतिमाएं देखने को मिलेंगी। इसके अलावा दिवाली के दिन जुआ खेलने की भी परंपरा है। ऐसे में गोवा आपके लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है। आप यहां के सबसे बड़े कसिनों में दिवाली की रात अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। हालांकि आपको इसके लिए पहले से एडवांस बुकिेंग करानी होगी क्योंकि इस दिन यहां बहुत भीड़ जुटती है।
अगर आप दिवाली कही बाहर सेलिब्रेट करना चाहते हैं तो आप भी इन जगहों पर जाकर अपनी दिवाली को यादगार बना सकते हैं। वहीं दिवाली फैमली के साथ भी टाइम स्पैंड करने का सबसे अच्छा समय होता है। ऐसे में आप इन जगहों पर दिवाली मनाने के अलावा अपनी फैमली संग भी दिवाली मना सकते हैं या फिर परिवार के साथ ऊपर की किसी एक जगह पर दिवाली की रात सेलिब्रेट कर इसे अपनी जिंदगी का यादगार पल बना सकते हैं।